सोनिया गांधी की राष्ट्रपति पर टिप्पणी को लेकर पीएम मोदी ने किया तीखा हमला

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) के संसद में अभिभाषण के संदर्भ में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की टिप्पणी पर सियासी घमसान मच गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा भाजपा ने राष्ट्रपति के लिए सोनिया गांधी के ‘पुअर लेडी’ (बेचारी महिला) शब्द के प्रयोग को बेहद अपमानजक बताते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला।

पीएम मोदी ने गांधी परिवार को निशाना बनाते हुए कहा कि कांग्रेस के शाही परिवार का अहंकार आज देश ने फिर देखा जब उन्हें गरीब, थकी हुई बताकर अपमानित किया गया। भाजपा अध्यक्ष जेपी नडडा ने भी ‘बेचारी’ शब्द को सर्वोच्च संवैधानिक पद की गरिमा के खिलाफ बताते हुए आरोप लगाया कि यह संवैधानिक पद के प्रति विपक्ष की निरंतर उपेक्षा को दर्शाता है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ ही किरेन रिजीजू से लेकर धर्मेंद्र प्रधान तक तमाम केंद्रीय मंत्रियों ने भी सोनिया गांधी पर हमलों की बौछार कर दी।

सोनिया गांधी के बचाव में उतरे कांग्रेस अध्यक्ष खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोनिया गांधी के बचाव में उतरते हुए सफाई दी कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राष्ट्रपति मुर्मू का अपमान कर ही नहीं सकती और भाजपा नेता उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं। खरगे ने पलटवार करते हुए संसद भवन के उद्घाटन और राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित नहीं किए जाने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि वास्तव में भाजपा राष्ट्रपति का अपमान करती आ रही है।

प्रियंका गांधी ने भी दी सफाई

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी विवाद को थामने की कोशिश करते हुए सफाई दी कि उनकी मां सोनिया गांधी राष्ट्रपति का सम्मान करती हैं। राष्ट्रपति भवन ने भी बयान जारी कर सोनिया गांधी की टिप्पणी को अप्रिय और अस्वीकार्य करार देते हुए इसे सामान्य राजनीतिक वाद-विवाद की बजाय संवैधानिक पद की गरिमा से जोड़ दिया।

पीएम मोदी बोले-  शाही परिवार ने किया राष्ट्रपति का अपमान

दिल्ली की एक चुनावी रैली में इसके बाद पीएम मोदी ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के जंगल से यहां तक पहुंची है। मातृभाषा हिंदी न होने के बाद भी उन्होंने बेहतरीन भाषण देकर संसद को प्रेरित किया मगर कांग्रेस का शाही परिवार उनके अपमान पर उतर आया है।
शाही परिवार के एक सदस्य ने कहा कि बोरिंग भाषण दिया है तो दूसरी ने एक कदम आगे बढ़ते हुए गरीब और थकी हुई कहा। ये देश के 10 करोड़ आदिवासी भाई-बहनों के साथ हर गरीब परिवार का अपमान है।
गांधी परिवार पर हमला जारी रखते हुए पीएम ने कहा कि गरीब, दलित, आदिवासी और ओबीसी समाज से कोई ऊपर उठता है तो ये कदम-कदम पर अपमानित करते हैं और जमीन से उठकर आने वालों को कांग्रेस का शाही परिवार पसंद नहीं करता है।

जेपी नड्डा ने कांग्रेस को दी ये नसीहत
भाजपा अध्यक्ष नडडा ने कहा ‘सामंती मानसिकता’ से प्रेरित होकर विपक्ष पिछड़े वर्गों और महिलाओं के सशक्तिकरण का मजाक उड़ाने लगा। कांग्रेस को नसीहत देते हुए नड्डा ने कहा कि अब समय आ गया है कि विपक्ष देश के सर्वोच्च पद का बार-बार अपमान करने की बजाय लोकतंत्र के मंदिर में सार्थक चर्चा पर ध्यान केंद्रित करे।’

क्या था विवाद?
राष्ट्रपति के संबोधन के तुरंत बाद संसद परिसर में सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को अभिभाषण पर एक वीडियो में आपसी चर्चा करते हुए देखा गया। इसमें सोनिया गांधी को यह कहते हुए सुना गया, ‘बेचारी महिला, राष्ट्रपति, अंत में बहुत थक गई थीं। वह मुश्किल से बोल पा रही थीं, बेचारी।’
राहुल गांधी को सोनिया गांधी से पूछते हुए सुना गया कि क्या राष्ट्रपति का भाषण ‘उबाऊ’ था।

गौरव गोगोई ने किया जवाबी वार
बजट सत्र के पहले ही दिन भाजपा की ओर से इसे राष्ट्रपति मुर्मू का अपमान बताने की तेज हुई सियासी रफ्तार को थामने के लिए पहले लोकसभा में पार्टी के उपनेता गौरव गोगोई उतरे और जवाबी वार करते हुए कहा कि भारत में हर व्यक्ति राष्ट्रपति मुर्मू के प्रति सम्मान और सहानुभूति रखता है, लेकिन भाजपा नेता सोनिया गांधी की मुर्मू के स्वास्थ्य के प्रति व्यक्त सहानुभूति को पचा नहीं पा रहे हैं।

​प्रियंका गांधी ने किया बचाव
इसके बाद प्रियंका गांधी और फिर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने स्पष्टीकरणों के जरिए इस विवाद की सियासी आंच को थामने की कोशिश की। प्रियंका ने बचाव करते हुए कहा

‘मेरी मां एक 78 वर्षीय महिला हैं और उनके मन में राष्ट्रपति के लिए बहुत सम्मान है। उन्होंने यही तो कहा कि बेचारी राष्ट्रपति जी इतना लंबा भाषण पढ़ कर थक गई थीं। मीडिया इसे तोड़-मरोड़ कर बता रहा है। भाजपा को इस देश को खाई में धकेलने के लिए माफी मांगनी चाहिए।’

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