जम्मू-कश्मीर: दूसरे चरण का थमा प्रचार, 26 विधानसभा सीटों पर बुधवार को होगा मतदान!

जम्मू। जम्मू-कश्मीर (jammu–election) में दूसरे चरण की 26 विधानसभा सीटों पर प्रचार थम गया है। कश्मीर के तीन जिलों गांदरबल, श्रीनगर और बडगाम की 15 और जम्मू के तीन जिले राजौरी, रियासी व पुंछ की 11 सीटों पर 25 सितंबर को मतदान होना है।

दूसरे दौर में केंद्र शासित प्रदेश की 26 सीटों पर कुल 239 उम्मीदवार चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं। दूसरे चरण में जम्मू क्षेत्र के रियासी, राजोरी और पुंछ जिले के साथ-साथ कश्मीर घाटी के श्रीनगर और बडगाम जिले में वोटिंग होनी है।

विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 61.38% मतदान हुआ। इसके मुताबिक, पुरुष मतदान 63.75%, महिला मतदान 58.96%, थर्डजेंडर मतदान 40% रहा।

35 हजार कश्मीरी पंडितों ने डाले वोट
पहले चरण में देश के अलग-अलग राज्यों में रहने वाले 35 हजार से ज्यादा कश्मीरी पंडितों ने भी मताधिकार का उपयोग किया। विस्थापित पंडितों के लिए 24 विशेष बूथ बनाए गए थे। इनमें जम्मू में 19, दिल्ली में 4 और उधमपुर में एक बूथ बनाया था। उल्लेखनीय है, अनुच्छेद 370 को निरस्त करने व तत्कालीन राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के बाद से जम्मू-कश्मीर में यह पहला विधानसभा चुनाव है।

किश्तवाड़ ने बाजी मारी…80% मतदान 
केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में नापाक इरादों और हिंसा को दरकिनार कर अवाम ने शांति, सौहार्द और सद्भावना के लिए छिटपुट घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्वक बंपर मतदान किया। किश्तवाड़ जिले की तीन विधानसभा सीटों पर मतदाताओं ने सर्वािधक उत्साह दिखाया और रिकॉर्ड (80.14%) मतदान किया। यहां सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें लग गई थीं।

पुलवामा जिले की चार सीटों पर सबसे कम (46.65%) मतदान हुआ। हालांकि, इसके बावजूद यहां मतदान का पिछले सात चुनाव का रिकॉर्ड टूट गया। अनंतनाग की सात सीटों पर 57.84 % मतदान हुआ। डोडा जिले में तीन सीटों पर 71.34%, कुलगाम में तीन सीटों पर 62.46%, रामबन में दो सीटों पर 70.55%, शोपियां में दो सीटों पर 55.96% मतदान हुआ है। कश्मीर के चार जिलों में 2014 की तुलना में 2.50% की वृद्धि हुई तो जम्मू संभाग में 0.35% कम मत पड़े। खास यह रहा कि कश्मीर में जमात के प्रभाव वाले पुलवामा, शोपियां व कुलगाम जिले में मतदान प्रतिशत बढ़ा है, जबकि पीडीपी के गढ़ अनंतनाग में मत प्रतिशत गिरा है।

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