सरकारी कर्मचारियों को जल्द ही मिलेगी बैंक कॉरपोरेट सैलरी पैकेज की सुविधा, जानें इसके बारे में…

प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को जल्द ही बैंक कॉरपोरेट सैलरी पैकेज की सुविधा मिलेगी। इसके लिए कवायद शुरू हो गई है। मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु के समक्ष सचिवालय में इस सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण दिया गया। जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ऐसे बैंकों को चिन्हित किया जाए, जो कर्मचारियों को बेहतर पैकेज दे सकते हैं।

मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को भी बैंकों द्वारा कॉरपोरेट सैलरी पैकेज दिए जाने के लिए बैंकों के साथ अनुबंध किए जाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को दिए जाने वाले सामान्य बीमा योजना (GIS) के तहत दिए जाने वाले लाभों को भी वर्तमान की आवश्यकताओं के अनुसार अपडेट किए जाने की आवश्यकता है।ऐसे बैंकों के साथ जल्द से जल्द अनुबंध भी किया जाए। इसमें सरकारी कर्मचारियों को जो सामान्य बीमा योजना के तहत लाभ दिया जाता है, उसे अपडेट किया जाए।

गौरतलब है कि देश के विभिन्न बैंक निजी कॉर्पोरेट कंपनियों के कर्मचारियों को बैंक खातों को खोलने के एवज में कई ऐसी स्कीम का लाभ देते हैं, जो सरकारी कर्मचारियों को नहीं मिल पाता। खासकर कॉरपोरेट सैलेरी पैकेज में कर्मचारियों को फ्री इंश्योरेंस, ओवरड्राफ्ट और जीरो बैलेंस की सुविधा समेत कई सहूलियतें दी जाती है। इसमें न केवल 30 से लेकर 50 लाख के सामान्य बीमा, बच्चों की उच्च शिक्षा और बेटियों की शादी से जुड़ी स्कीम भी शामिल हैं। कई बैंक ऐसे भी हैं, जो कर्मचारियों को 6.50 लाख तक का मुक्त जीवन बीमा देने की सुविधा भी दे रहे हैं।

इतना ही नहीं ओवरड्राफ्ट की सुविधा और लोन लेने के दौरान प्रोसेसिंग फीस में छूट भी दी जा रही है।लेकिन अक्सर देखा जाता है कि यह सुविधा बैंकों की तरफ से सरकारी कर्मचारियों को नहीं दी जाती। इन्हीं स्थितियों को देखते हुए मुख्य सचिव एसएस संधू के सामने बैंक कॉरपोरेट सैलेरी पैकेज सरकारी कर्मचारियों को दिए जाने के संबंध में प्रस्तुतिकरण दिया गया। इस अवसर पर सचिव एस.एन. पाण्डेय, अपर सचिव डॉ. अहमद इकबाल, अरुणेंद्र चौहान एवं  ललित मोहन रयाल भी उपस्थित थे।

2 Comments
  1. गोविन्द गोपाल says

    निजी क्षेत्र की कंपनियों के कर्मचारियों की उत्तम दक्षता ही उनको ये सारी सुविधायें देने के लिए बाध्य करती है. अभी जो मांग है वह ये कि सरकारी कर्मचारियों की दक्षता बढाने की आवश्यकता है . कम दक्षता के चलते भ्रष्टाचार भी बढ़ता है और टैक्स देने वालों केपैसे का भी बर्बाद होता है . और जो दक्ष सरकारी कर्मचारी या अधिकारी हैं उनको भी दक्षहीनों के बीच काम करने में समस्या आती है . और उनका हतोत्साहन होता है . शासन को इस दिशा में काम करने चैये कि कैसे दक्षपूर्ण कर्मचारी या अधिकारी उत्साह पाएं और सरकार और जनता की सेवा करने में प्रसन्नता अनुभव करें . सरकारी जॉब को ज्वाइन करने का जो क्रेज ख़ास तरह के युवाओं में हैं उसके पीछे प्रेरणादायक कारण कम हैं . जिससे अच्छे युवा एवं युवतियां सेवा देने हेतु विदेश में जाकर वहाँ अपनी दक्षता का लाभ उस देश की सफलता के लिए कर रहे हैं . शासन से इस विषय में विचार करने हेतु निवेदन है

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