आयुर्वेद नहीं, ऐलोपैथी दिलाएगी कैंसर से मुक्ति: रवींद्र पुरी
ऋषिकेश। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी महाराज (President Mahant Ravindra Puri) ने कैंसर जैसी घातक बीमारी में आयुर्वेद और झाड़-फूंक से दूर रहने की सलाह दी है। कहा कि इस गंभीर बीमारी का इलाज सिर्फ ऐलोपैथिक पद्धतियों से ही संभव है। दावा किया कि अन्य पद्धतियों से इलाज में जीवन का संकट पैदा होने की संभावनाएं रहती हैं। महंत रवींद्र पुरी रविवार को बैराज में एक निजी कैंसर सेंटर केएमसी के उद्घाटन कार्यक्रम में बोल रहे थे।
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उन्होंने कहा कि कैंसर के रोग से बचने के लिए जागरूकता बेहद (President Mahant Ravindra Puri) जरूरी है। लापरवाही इस रोग के अंतिम स्टेज तक पहुंचने का सबसे बड़ा कारण है। कहा कि कई लोग आयुर्वेद और झाड़-फूंक से भी कैंसर रोग से मुक्ति दिलाने का दावा करते हैं, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है। इस तरह के लोगों के बहकावे में आकर जीवन संकट में पड़ सकता है। लिहाजा, उन्होंने ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत पर जोर दिया।
केएमसी के चेयरमैन डॉ. सुनील गुप्ता ने कहा कि इस सेंटर में कैंसर के रोगियों को परामर्श के साथ इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। दूर-दराज के लोगों को मुफ्त लाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था भी सेंटर करेगा। बताया कि बेहद कम दरों पर सेंटर के माध्यम से कैंसर रोगियों का इलाज किया जाएगा। मौके पर यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट, कनक धनाई, कपिल शर्मा, विवेक तिवारी, अतुल यादव आदि मौजूद रहे।