देहरादून: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन( National Health Mission Uttrakhand) से जुडे हर कर्मचारी का हित है सर्वोपरि यह बात डॉ आर राजेश कुमार स्वास्थ्य सचिव एवं एन.एच.एम. मिशन निदेशक ने शुक्रवार को सचिवालय में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ( National Health Mission Uttrakhand)संविदा कर्मचारी संगठन उत्तराखंड के पदाधिकारियों की विभिन्न मांगो के संबंध में हुई वार्ता के दौरान कही। स्वास्थ्य सचिव द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ( National Health Mission Uttrakhand) से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मेहनत का नतीजा है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों में आमजन को चिकित्सा सुविधाओं का लाभ प्रदान कर रहा है।
उत्तराखंड की भौगोलिक स्थिति के कारण स्वास्थ्य कर्मचारियों के सामने कई प्रकार की चुनौतियां हैं, इसके बावजूद भी एनएचएम उत्तराखंड अच्छा कार्य कर रहा है। डॉ आर राजेश कुमार ने कर्मचारी संगठन के विभिन्न मांगों के संबंध में अधिकारियों को तुरंत निस्तारण का निर्देश दिया। जिसमें मुख्यत एनएचएम में कार्यरत कर्मचारियों के अधिकारों को ध्यान में रखते हुए सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष, कार्यक्रम की निरंतरता या परफॉर्मेंस अप्रेज़ल के आधार पर किए जाने का निर्णय लिया गया। इसके अतिरिक्त किसी भी दुर्घटना की स्थिति में कर्मचारियों की सुरक्षा के मद्देनजर सामूहिक बीमा की सुविधा प्रदान की जाएगी।
सचिव द्वारा कर्मचारी संगठन को आश्वासन दिया गया कि सभी कर्मचारियों के मासिक वेतन को ससमय दिया जाएगा साथ ही बोनस एवं अन्य लाभों को समयान्तर्गत दिए जाने हेतु तथा संगठन द्वारा अन्य मागों के शीघ्र निस्तारण करने का अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में डॉ सरोज नैथानी निदेशक एन.एच.एम., दीपाली भरणे वित अधिकारी स्वास्थ्य निदेशालय, डॉ अजय कुमार नगरकर प्रभारी अधिकारी मानव संसाधन, कविता कौशल सलाहकार मानव संसाधन तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष सुनील भंडारी, उपाध्यक्ष रमिंदर कालरा, जिला अध्यक्ष अनूप चौहान, सदस्य विनोद पैन्यूली व अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।