उत्तराखंड: दीपक टेक्निकल बाजार (यूट्यूब चैनल) Deepak Technical Bazaar पर अब सरकारी योजनाओं की जानकारी, माध्यमिक शिक्षा परिषद या बोर्ड आदि के रिजल्ट के साथ डिजिटल मार्केटिंग से संबंधित जानकारियां दी जाएंगी। जिससे समय पर जरूरतमंद लोगों की मदद होने के साथ-साथ कुछ नया सीखने को भी मिलेगा। दीपक टेक्निकल बाजार एक यूट्यूब चैनल होने के साथ-साथ सोशल मीडिया में सक्रिय चेहरा भी है जहां आसानी से डिजिटल होती जिंदगी को बड़ी सरलता से समझा जा सकता है।
दीपक टेक्निकल बाजार के दीपक सिंह बिष्ट उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के रहने वाले हैं। दीपक ने अपनी जरूरतों के हिसाब से दीपक टेक्निकल बाजार को बनाया और धीरे-धीरे लोगों को जागरूक करने का प्रयास करने लगे। डिजिटल होती दुनिया में हमें सबसे पहले अपने लिए सही और गलत का चुनाव करना बहुत जरूरी है क्योकि जानकारिया तो सभी देते है लेकिन कौन और किसकी जानकारी हमारे लिए सही है उसका निर्णय हमें ही लेना होता है।
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जब हमने दीपक सिंह बिष्ट से उनके द्वारा किये गए कार्यो के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा की सबसे पहले हमें समझना होगा की आखिर हमें डिजिटल या ऑनलाइन क्यों होना पड़ा। उन्होंने कहा की जैसे-जैसे 21वीं सदी आगे बढ़ती जा रही है वैसे वैसे हम फिजिकल से डिजिटल बनते जा रहे हैं जो हमारी रोजमर्रा की जीवनशैली को कुछ हद तक आसान बनाता जा रहा है।
दीपक ने कहा की इस बात के कई उदाहरण हमें रोज अपनी दिनचर्या में भी दिखाई देते हैं जैसे की हम कभी किसी नौकरी का फॉर्म भरते थे तो दुकान पर जाकर क्लासिफाइड में नौकरी के बारे में नियम व शर्तों को देखते थे, फिर एक फॉर्म भर कर दिए गए पते पर भेज देते थे। जैसे जैसे समय बीतता जाता था तो हम अपने प्रवेश पत्र का इंतजार करते थे और प्रवेश पत्र मिलने के बाद भी अगर कुछ गलती रह जाती तो किसी न किसी तरह की जटिल प्रक्रिया को अपनाते हुए संशोधन करवाने की कोशिश करते थे।
लेकिन डिजिटल होने के बाद हमारी जिंदगी थोड़ा आसान हो गई क्योंकि अब हमें क्लासिफाइड की जरूरत नहीं पड़ती है, अब हम ऑनलाइन ही नियम व शर्तों को विज्ञप्ति को देखते हैं, बिना किसी कागजी सहायता के ऑनलाइन फॉर्म सबमिट कर देते हैं और कुछ समय बाद ऑनलाइन ही अपना प्रवेश पत्र चेक करते हैं अगर किसी तरह की कोई गलती या त्रुटि हुई तो ऑनलाइन ही उसका समाधान करने की कोशिश करते हैं।
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वही उन्होंने आगे कहा की मेरी यह बात किसी प्रतियोगिता परीक्षा या बोर्ड के परिणाम को लेकर भी लागू होती है जहां पहले अखबार पर प्रिंट होकर 10वीं, 12वीं के परिणाम आया करते थे जो देर रात तक अपना रोलनंबर हम ढूंढा करते थे लेकिन अब हम एक जगह पर बैठकर कंप्यूटर की मदद से चंद सैकड़ों में ही परिणाम देख लेते हैं। इस बात के बहुत सारे उदाहरण हमें अपनी दैनिक जरूरत और रोजमर्रा की जीवन शैली में दिखने पड़ते हैं। इनकी वजह से ही हमारी जिंदगी कुछ आसान हो गई है। हमें अपनी जरूरतों के हिसाब से हमेशा सही विकल्प का चयन करना चाहिए। जहां हमें सही जानकारी और तथ्यों के साथ प्रमाणिक सामग्री उपलब्ध हो सके।
ऑफलाइन से ऑनलाइन या फिजिकल से डिजिटल होने के साथ ही अब हम सब समय की कमी को भी चुनौतीपूर्ण ढंग से सामना करते हैं। हमें हमेशा सही मार्गदर्शन और सही जानकारी देने वाले माध्यमों पर आश्रित रहना चाहिए, जो समय की मांग भी है और बहुत जरूरी भी है। इसलिए Deepak Technical Bazaar के रूप में मैंने भी एक थोड़ा सा प्रयास किया है जो सफल भी हो रहा।
अर्नित टाइम्स न्यूज़ (पिथौरागढ़) उत्तराखंड