मुनस्यारी। ग्राम पंचायत गिरगांव नशाबंदी (Girgaon moving towards prohibition) को लेकर लगातार चर्चा में बनी हुई है, आपकी जानकारी के लिए बता दे की इस बार तीस नाली भूमि पर श्याम प्रजाति की तुलसी का रोपण किये जाने की योजना है। यहाँ तक की जड़ी बूटी शोध संस्थान गोपेश्वर के विशेषज्ञों ने महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को बीज बोए जाने का प्रैक्टिकल खेत में कराया। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया के आव्हान पर ग्राम पंचायत गिरगांव पहला गांव बन गया है जो शराब बंदी को पूर्ण रूप से लागू करने में जुटा हुआ है। ग्रामीणों के इस (prohibition) फैसले से प्रभावित और खुश होकर अपनी घोषणा के मुताबिक जिला पंचायत सदस्य (district panchayat member) जगत मर्तोलिया ने गिरगांव को गोद ले लिया है।
गिरगांव की महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ ही नौजवान शराब बंदी के साथ गांव (Girgaon moving towards prohibition) में रोजगार के नवीन अवसरों को पैदा करने में जुट गए है। जड़ी बूटी शोध संस्थान गोपेश्वर के विशेषज्ञ देवकीनंदन गुरुरानी तथा गणेश राम ने गिरगांव में महिलाओं को तुलसी के बीज रोपण की विधि बताई। उन्होंने विस्तार पूर्वक जानकारी दी की, तुलसी के बीज रोपण कैसे होता है तथा रोपण की विधि भी बताई। एक नली में तुलसी की तीन फसल ली जा सकती है। उन्होंने बताया कि तुलसी को हम व्यापार करने के उद्देश्य से पैदा करें। इस मौके पर ग्राम प्रधान हंशा दुबड़िया, युवक मंगल दल के अध्यक्ष देवा दुबड़िया, ग्राम संगठन की अध्यक्ष रेखा, महिला मंगल दल की अध्यक्ष ममता आदि सामाजिक कार्यकर्ता व स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे। जिन्होंने एक स्वर में पहल की सराहना की और मिलकर काम करने पर जोर दिया।
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अर्नित टाइम्स न्यूज़ (मुनस्यारी) उत्तराखंड