समान नागरिक संहिता के संबंध में उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन महारा का अधिकृत बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने शामिल नहीं होने का कारण बताया है। उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष करण महारा ने बताया कि आज उत्तराखंड शासन की ओर से सर्वदलीय बैठक आहूत की गई थी जिसमें उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष को भी आमंत्रित किया गया था।
आमंत्रण प्राप्त होते ही उत्तराखंड कांग्रेस ने समान नागरिक संहिता से संबंधित पृष्ठभूमि और जानकारियां समिति से मांगी थी जिसके आधार पर कांग्रेस कमेटी भी अपने सुझाव समिति को दे सकें ,परंतु लगातार संपर्क किए जाने के बावजूद समान नागरिक संहिता को लेकर गठित समिति ने जो ड्राफ्ट तैयार किया है वह उपलब्ध नहीं कराया जा सका। जभी भी किसी मुद्दे पर सुझाव मांगे जाते हैं तो पहले उसकी पृष्ठभूमि या ड्राफ्ट उपलब्ध कराया जाता है, यदि ड्राफ्ट मिल जाता तो कांग्रेस कमेटी इस संबंध में अपने इनपुट दे सकती थी परंतु दो बार पत्राचार किया जाने के बावजूद भी जानकारियां उपलब्ध नहीं कराई गई, जिसके चलते स्थिति साफ नहीं हो पाई की आखिर उत्तराखंड सरकार या समिति की ओर से इस ड्राफ्ट में किन बिंदुओं को अंगीकार किया गया है
और किन्हे छोड़ा गया है। जिसके चलते कांग्रेस पार्टी ने यह निर्णय लिया की समिति की ओर से तैयार किए ड्राफ्ट को पूरी तरह से अध्ययन कर लेने के बाद ही अपने सुझाव या तर्क प्रस्तुत करेंगी। अतः आज की बैठक में कांग्रेस कमेटी की ओर से किसी ने भी प्रतिनिधित्व नहीं किया। बैठक में शामिल ना होने पर उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी की ओर से समिति के सचिव को भी पत्र लिखकर सूचित कर दिया गया है।