हरिद्वार। उत्तराखंड प्रहरी के पत्रकार जोगेंद्र सिंह के साथ मारपीट प्रकरण में उल्टा उनके (Journalist Jogendra Singh) खिलाफ ही मुकदमा दायर किए जाने के मामला पुलिस महानिदेशक के दरबार में पहुंच गया है। जिसमें उनके मौखिक आदेश पर एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने जांच कर न्याय दिलाने का भरोसा दिया है। उन्होंने पीड़ित पत्रकार से पूरे प्रकरण के बारे में जानने के लिए बुलाया है।
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जोगेंद्र सिंह अखबार के लिए खबर लिखकर एक दिसंबर की रात करीब पौने नौ बजे घर (Journalist Jogendra Singh) जाने के लिए निकले। ऑफिस से निकलकर बाहर आए तो उन्होंने देखा कि ऑफिस के सामने कार वैन्यू यूके 17एम 9889 में बैठे कुछ युवक शराब पी रहे थे। उन्होंने उन्हें ऑफिेस के सामने शराब पीने से इंकार किया। तो एक युवक कार से निकला और अपने को अधिकारी बताया और अपनी पत्नी को सचिवालय में अधिकारी बताकर अपने साले को किसी जिले का एसएसपी बताते हुए देख लेने की धमकी दी।
आरोपी कृष्ण लाल ग्रोवर उर्फ अवि ग्रोवर पुत्र जुगल किशोर ग्रोवर निवासी 177—12, 10 सिविल लाइन रुड़की थाना सिविल लाइन ने उनके साथ मारपीट करते हुए जानलेवा हमला कर दिया। उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए अपने ऑफिस में जाने का प्रयास किया, लेकिन उनके पीछे ही ऑफिस में ही घुस गया और अंदर भी मारपीट की, साथ ही मारते हुए खींचकर बाहर ले आया।
उसके कुछ साथी बाहर ही खड़े थे, जिनमें से कनखल निवासी एक युवक ने भी मारपीट की। अब पूरे प्रकरण में जोगेंद्र सिंह की तहरीर पर कोतवाली प्रभारी ज्वालापुर ने 20 घंटे से अधिक का समय लगाया, लेकिन दूसरे पक्ष को कोतवाली में बुलाकर पत्रकार के खिलाफ तहरीर लेकर नामजद मुकदमा दर्ज कर दिया।
पीड़ित जोगेंद्र ने हरिद्वार सीसीआर टॉवर पहुंचे पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार को पूरे मामले से अवगत कराया। उन्होंने आश्वासन दिया कि पत्रकार के साथ हुए प्रकरण की निष्पक्ष जांच होगी। उन्होंने एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल को मौखिक तौर पर पूरे प्रकरण में जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए। जिस पर एसएसपी ने पत्रकार को पूरे प्रकरण को बताने को कहा है।
1- पत्रकार पर हमला करने वाला मुख्य आरोपी कृष्ण लाल ग्रोवर उर्फ अवि ग्रोवर।
2- कोतवाली ज्वालापुर में हंगामा करते हुए रुड़की निवासी आरोपी अवि ग्रोवर और उसके परिजन।