पीएचडी के अधिकारियों की अनदेखी का शिकार एक ट्यूबवेल, ग्रामीणों ने लगाई सरकार से गुहार
पीएचडी के अधिकारियों की अनदेखी का शिकार एक ट्यूबवेल, ग्रामीणों ने लगाई सरकार से गुहार
लोहावट /Lohawat: जब पूरा क्षेत्र किसी सामाजिक समस्या के लिए खड़ा हो तो बहस होना स्वाभाविक है लेकिन कभी-कभी इंसानियत और मानवता के नाते बहुत से लोग बेजुबान जीवो के लिए भी अपना अलग सा समर्थन और सुविधाओं की मांग करते हैं। एक ऐसा ही नजारा जोधपुर राजस्थान की लोहावट विधानसभा (Lohawat, Jodhpur, Rajasthan) से देखने को मिला, जहां की शिमलडी नाड़ी गोचर भूमि के अंदर बना हुआ सरकारी ट्यूबवेल खराब हो रखा है, जिसको बीजेपी सरकार में गजेंद्र सिंह खिवसर की टीम द्वारा बनवाया गया था।
आपको सुनकर बड़ा अजीब लगेगा की तकरीबन 12 माह से यह ट्यूबवेल खराब हालत में पड़ा हुआ है। स्थानीय नागरिकों व जनप्रतिनिधियों द्वारा इसकी जानकारी पीएचडी के अधिकारियों को कई बार दे दी गई है, फिर भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए इसकी सुध लेने वाला कोई दिखाई नहीं दे रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि क्षेत्र का इलाका ग्रामीण होने के साथ-साथ शांत भी है, जिसकी वजह से यह ट्यूबवेल आसपास मुक्त पशुओं, जंगली जानवरो, हिरण, बटेर, तीतर, मोर, लोमड़ी, खरगोश आदि की पानी की जरूरतों को पूरा करता था, लेकिन इसके खराब रहने के चलते इन बेजुबान जानवरों का साधन भी लगभग खत्म हो चुका है।
इसलिए क्षेत्र के ग्रामीणों ने सरकार और स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाई है कि, इस ट्यूबवेल की सुध लेते हुए इसको सही कराया जाए, जिससे क्षेत्रीय ग्रामीणों के साथ-साथ बेजुबान जानवरों की भी इंसानियत और मानवता के नाते कुछ अप्रत्यक्ष रूप से मदद हो सके।
रिपोर्ट: माँगीराम सुराणी (अर्नित टाइम्स न्यूज़) Lohawat,Jodhpur,Rajasthan