Maru Pradesh Nirman Morcha rajasthan
लोहावट(राजस्थान): मरू प्रदेश निर्माण मोर्चा (Maru Pradesh Nirman Morcha rajasthan) के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एडवोकेट जेताराम कड़वासरा के नेतृत्व व लोहावट तहसील (Lohawat Tehsil) अध्यक्ष मांगीलाल सूराणी के सानिध्य में एक ज्ञापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm modi) के नाम उपखण्ड अधिकारी लोहावट (राजस्थान) को सौपा गया। जोधपुर जिला इकाई की ओर से इस ज्ञापन में 13 जिलों को मिलाकर अलग से मरू प्रदेश बनाने की मांग की गयी है।
साथ ही यह भी निवेदन किया गया है कि राजस्थान कई देशों से बड़ा प्रदेश ही नहीं विश्व के 110 देशों से बड़ा राज्य भी है। राजस्थान की प्राकृतिक व भौगोलिक विषमता प्रदेश के अन्य भाग से अलग होने के साथ साथ इसका कुछ भाग मरुस्थलीय है। अतः इसकी अलग भौगोलिक स्थिति को मध्यनजर रखते हुए भारत के सीमावर्ती राज्य के रूप में मरू प्रदेश के शीघ्र अतिशीघ्र गठन की प्रक्रिया प्रारंभ कर देनी चाहिए।
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राजस्थान राज्य के स्थापना के समय से ही मरूप्रदेश अलग बनाने की मांग
इस ज्ञापन में आगे कहा गया की मरू प्रदेश (Maru Pradesh) बनने पर इसमें 1070 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय संवेदनशील सीमा लगेगी। राजस्थान राज्य के स्थापना के समय से ही मरूप्रदेश अलग बनाने की मांग चली आ रही है। उसके बाद देश-प्रदेश की परिस्थितियों में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है। धीरे-धीरे जनसंख्या बढ़ी है, खनिज पदार्थों के खनन एवं दोहन की प्रक्रिया में भी परिवर्तन हुआ है। समस्त संसाधनों में भी वृद्धि हुई है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए राजस्थान में से मरू प्रदेश अलग राज्य घोषित करना न्यायोचित होगा, जिससे प्रदेश वासियों को अलग से सुविधाएं मिलेगी।
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इस अवसर पर ज्ञापन देने वालो में Maru Pradesh Nirman Morcha rajasthan एडवोकेट ओमाराम धिराणी, माणक राम भादू, बाबूलाल जाट, किसनाराम राव, मोती लाल पालीवाल, जस राज हुडडा, सोनू गोदारा पल्ली, किसना राम सारण, लूणसिह महेचा हरिओम नगर, उगमा राम आदि लोग मौजूद थे।
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