विकासनगर(आरएनएस)। जौनसार बावर भू-अधिकार संरक्षण समिति के आठ (MDDA) खतों प्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर लखवाड से लेकर पुरोड़ी तक नवीन चकराता टाउनशिप को एमडीडीए के अधीन किये जाने किये जाने का विरोध किया है।
30 नवंबर तक सड़कों को गड्ढ़ा मुक्त न बनाने वाले अफसरों पर करें सख्त कार्रवाई: सीएम
चर्चा के बाद सभी खतों के लोगों ने निर्णय लिया है कि नवीन चकराता टाउनशिप के नाम पर जौनसार बावर के उक्त चालीस गांवों को किसी भी कीमत पर एमडीडीए में शामिल नहीं होने दिया जाएगा। ग्रामीणों ने ज्ञापन में कहा कि चकराता को एमडीडीए में शामिल किये जाने से क्षेत्र की कानून व्यवस्था एवं हक-हकूक प्रभावित होंगे।
एमडीडीए अधीन होने से स्थानीय लोगों की क़ृषि आधारित आजीविका पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। इससे जनजातियों के मूलभूत अधिकार प्रभावित होंगे। यहां की लोक संस्कृति, रहन-सहन, रीति-रिवाज, लोक मान्यताओं में वाह्य हस्तक्षेप बढ़ेगा। यहां की शांत वादियों की डेमोग्राफी पूरी तरह बदलने से भविष्य के परिणाम अत्यधिक घातक सिद्ध होंगे।
ज्ञापरन देने वालों में मंडी समिति साहिया के अध्यक्ष और भू-अधिकार संरक्षण समिति के सदस्य जगमोहन चौहान, इन्द्र सिंह नेगी, कुंदन सिंह चौहान, धन सिंह तोमर, रणवीर सिंह चौहान, अरविन्द चौहान, मुकेश तोमर, ग़ुमान सिंह तोमर, श्याम दत्त नौटियाल, जगमोहन सिंह चौहान, मेहर सिंह चौहान, स्वराज सिंह चौहान, विरेन्द्र सिंह चौहान, क्षेत्र पंचायत सदस्य जयवीर सिंह चौहान,जगत सिंह राणा, युद्धवीर सिंह चौहान, राजेंद्र जोशी, ग्राम प्रधान छटऊ अनिल जोशी, धन दास, गंगा सिंह, मोहर सिंह चौहान, विरेन्द्र सिंह रावत, सालक राम जोशी, चुन्नी लाल, भाव सिंह, गुड्डू रावत, बबलू सिंह तोमर , अर्जुन दत्त जोशी, यशपाल रावत, दिनेश तोमर, शमशेर सिंह तोमर आदि शामिल रहे।